अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
Rachana Priyadarshini- - सराहनीय है सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आज सुबह-सवेरे जैसे ही मैंने अखबार हाथ में उठाया, तो सबसे पहले जिस खबर पर मेरी नजर गई, उसका शीर्षक था- "सुप्रीम कोर्ट ने लैंगिक रूढ़िवादिता से लड़ने के लिए लॉन्च किया हैंडबुक- अब कोर्ट में महिलाओं के लिए बिन ब्याही मां, हाउसवाइफ और अफेयर जैसे शब्द नहीं चलेंगे" इस खबर पढ़ते ही दिल से एक आवाज आयी कि 'चलो, आखिरकार देर आये पर दुरुस्त आये...'
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